लाल किताब में भी कुछ ऐसे उपाय होते हैं जो कुंडली में उपस्थित नवग्रहों को शांत करने में बड़े ही मददगार साबित हो सकते हैं।
चंद्रमा के लिए —
कभी—कभी चंद्रमा का कमजोर होना आपको दुखों का कारण बन सकता है। ऐसे में अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो लाल किताब के अनुसार इसे मजबूत करने के लिए आपको किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए। रात को दूध का सेवन न करें। हो सके तो रोजाना मां या उनके समकक्ष किसी स्त्री के पैर छुआ करें। चूंकि चंद्रमा सफेद तत्व प्रधान है। इसलिए सफेद चंदन का तिलक लगाएं।
सूर्य के लिए —
सूर्य की मजबूती के लिए बहते हुए पानी में तांबे का सिक्का डालने से अनुकूल फल मिलता है। इसके अलावा गाय के दूध में जौ को मिलाकर किसी नदीं में डाल दें।
मंगल के लिए —
अगर आप मंगल ग्रह से पीड़ित हैं तो लाल रुमाल में सौंफ बांधकर बेडरूम में रखें। इसके अलावा मीठी रोटी बनाकर गरीबों को दान करें। या गुड़ और तिल से बनी रेवड़ी बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
बुध के लिए —
यदि कुंडली में बुध ग्रह कमजोर है तो इसकी शुभता पाने के लिए तुलसी का पौधा लगाएं। चूंकि बुध हरा तत्व प्रधान है इसलिए हरी चूड़ी या वस्त्र का दान किन्नरों को करें।
बृहस्पति के लिए —
बृहस्पति के कमजोर होने पर आपको हल्दी का तिलक लगाना चाहिए। चाहिए साथ ही हल्दी की गांठ को पीले कपड़े में बांधकर अपनी दांयी बाजू में बांध लें। इसके अलावा पीपल के पेड़ में हल्दी से रंगा कच्चा सूत बांधने से भी वृहस्पति की स्थिति आपकी कुंडली में मजबूत होती है।
शुक्र के लिए —
अगर आपकी कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर है तो इसे मजबूत करने के लिए चार पैर वाले जानवर की सेवा करें। या उसे पालें। ऐसा करने से ये ग्रह मजबूत होता है। सफेद पत्थर पर सफेद चंदन घिसकर बहते पानी में डालें।
शनि के लिए —
शनि के दोषों से मुक्ति पाने के लिए काले घोड़े की नाल का छल्ला बनवाकर मध्यमा अंगुली में पहनें। इसके अलावा बहते पानी मेें नारियल बहाने से भी ये दोष दूर होता है।
राहु के लिए —
मूली के पत्ते आपके राहु ग्रह को मजबूत कर सकते हैं। अगर आप भी राहु की दशा से पीड़ित हैं तो इसके लिए मूली के पत्तो को रात को सिरहाने रखकर सुबह उसे दान कर दें।
केतु के लिए —
केतु की परेशानी से बचने के लिए आपको अपने कान छिदवाना चाहिए। साथ ही अपनी संतान से हमेशा अच्छे संबंध रखने चाहिए। इसके अलावा दो रंग वाले कुत्ते को रोटी खिलाने से भी केतू की शांति होती है। संतान से संबंध अच्छे रखें।